हमारी शरीर की शक्ति का
उद्गम स्त्रोत सूर्य ही है जी हाँ सूर्य से ही हमारी शारीरिक शक्ति उत्पन्न होती
है और बरकरार रहती है और वृद्धि करती रहती है. सूर्य के प्रकाश का हमारे खून, सांस
लेने व् खान पान पर विशेस प्रभाव पड़ता है. पशु पक्षी हमेशा खुली जगह पर रहते है
जिससे वो और उनके बच्चे हमेशा सूर्य का खुला प्रकाश ग्रहण करते है. सूर्य के प्रकाश
में अपने आप को स्वस्थ रखते है. जबकि मनुष्य इन फायदों से वंचित रह जाता है वह टोटली
औषधियों पर ही निर्भर हो गया है. वह सूर्य के प्रकाश को ग्रहण क करके दवाइयां ही खाता
रहता है और बोलता रहता है की उसका रोग दवाइयों से भी ठीक नहीं हो रहा है. बल्कि
केवल दवाइयों से उसका रोग और बढ़ जाता है और कई नई बीमारियाँ उसको पकड़ लेती है. इससे
उसकी सेहत दिन प्रतिदिन खराब होती चली जाती है.
Worship of Sun |
भोजन का सही चयन :- अगर चलो हम सूर्य को सीधे ग्रहण न भी कर पायें तब अगर
हम सही भोजन पद्दति का प्रयोग करें तो अवश्य लाभ उठा सकते है. हमें कृत्रिम खाद्यय
पदार्थों का सेवन न करके सीधे प्रक्रति से प्राप्त भोजन का ही प्रयोग करना चाहिए.
इस तरह जो सूर्य की कमी रह जाती है वो तो पूरी होती ही है बल्कि और भी सारी की
सारी कमी भी पूरी हो जाती है. कृत्रिम
भोजन जैसे की फ़ास्ट फ़ूड या जायदा तली हुई या फिर बासी बहुत जयादा, इस तरह के भोजन
से सदा दूर रहो खान तो दूर की बात है. खाने में सलाद जयादा लेनी चाहिए और एल्युमीनियम
के कुकर छोड़ कर पीतल के बर्तन प्रयोग में लाने चाहिए. आपकी सभी कमी दूर हो जाएँगी.
सूर्य साधना और उपासना |
Surya Upasana or Sadhna, सूर्य साधना और उपासना, Worship of Sun in Hindi.
Surya Upasana or Sadhna |
Surya upasana ya surya
sadhana karana humari sehat ke liye bahut jaroori hai. Sehat se matlab ki surya
kirnon ka humare jeewan pr bahut
mahattav hai. agar hum saabhi surya sadhna ya surya upasana Karen to kabhi bi
bimaar na hoon. Isiliye jaroori hai ki acche swasthy ke liye surya upasana or
surya sadhna jaroor Karen.
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